हे जगदम्बा केहि विधि अम्बा वर्णन तोर बखानू ?
मै मति हीना भक्ति विहीना तोर मरम नहि जानू ||
ओजित भाला नयन दयाला नवनिधि की हो दाता
सिंह वाहिनी -ज्ञान दायिनी ज्ञान ज्योति दे माता ||
महिषासुर मर्दिनी भक्ति विवर्धिनि दान अभय दीजो
नरमुंड विराजे खप्पर साजे माँ मन्त्र सिद्ध कीजो ||
शमशान वासिनी काल हारिणी रूप भयंकर साजे
किल किलकारे भर हुंकारे दनाव खल दल भाजे ||
कर मधु पाना , रक्त स्नाना मन का मान चढाऊँ
स्तुति गाऊं तुम्हे मनाऊँ जय जय काली मै ध्याऊँ ||
अब माँ वर दे सब दुःख हर दे अंतर तम को दूर करो
हे शक्ति स्वरूपा मरम अनूपा मातु मेरे सब कष्ट हरो ||
हे शिव संगिनि तंत्र विरंचिनि दास मनोज ये विनय करे
तुमको ध्याऊँ निकट मै पाऊँ सांस सांस माँ को सिमरे ||........................ .. मनोज
ओजित भाला नयन दयाला नवनिधि की हो दाता
सिंह वाहिनी -ज्ञान दायिनी ज्ञान ज्योति दे माता ||
महिषासुर मर्दिनी भक्ति विवर्धिनि दान अभय दीजो
नरमुंड विराजे खप्पर साजे माँ मन्त्र सिद्ध कीजो ||
शमशान वासिनी काल हारिणी रूप भयंकर साजे
किल किलकारे भर हुंकारे दनाव खल दल भाजे ||
कर मधु पाना , रक्त स्नाना मन का मान चढाऊँ
स्तुति गाऊं तुम्हे मनाऊँ जय जय काली मै ध्याऊँ ||
अब माँ वर दे सब दुःख हर दे अंतर तम को दूर करो
हे शक्ति स्वरूपा मरम अनूपा मातु मेरे सब कष्ट हरो ||
हे शिव संगिनि तंत्र विरंचिनि दास मनोज ये विनय करे
तुमको ध्याऊँ निकट मै पाऊँ सांस सांस माँ को सिमरे ||........................
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